भारत में गांजा का महत्व | Cannabis in India | Priya Mishra | Medicinal Use Of Bhang In Ayurveda
Yah is video ki transcript par adharit aalekh hai.
नेपाल में कैनाबिस मिनिस्ट्री :
मैं आपको बताना चाहूंगी नेपाल जो एक हिंदू राष्ट्र है जिसने अपनी इमेज को आज तक बनाकर रखा है। मेरे दादा जी नेपाली थे। मैं आपको बताना चाहूंगी में बहुत प्राउड हूं इस बात के लिए कि नेपाल में मिनिस्ट्री तक बना दी और मिनिस्टर भी रख दिया।हेम्प मिनिस्ट्री तक बना ली, उन्होंने बोला इससे जब इतना पैसा चार महीने के अंदर, हम क्यों जाने दें, और हमारे पहाड़ों को नहीं तोड़ रहा है। ये हमारे फॉरेस्ट को बचाने आए हमारे पास इतना ने उस पर आप और हर जगह उगता है हर मौसम में उगता है। बिना पानी के भी उगता है पानी के साथ भी उगता है। आपका यह चाहे तो आपके बजट में भी उगता है और आपके रेन फॉरेस्ट में भी है। ऐसा कोई और प्लांट अगर आपको कभी जिंदगी में मिल जाए तो आप हेम्पवती पर जाकर ज़रूर मुझे मैसेज करके बताइएगा कि चारों मौसम में चारों तरफ जो प्लांट ऐसा कोई उग जाए। उसका नाम यह यह है, आप गलत थीं, इस बारे। में ऐसा कोई प्लान्ट पर यह गांजे को छोड़कर फूड एंड एग्रो इस समथिंग जो कि आज की तारीख में हमने बिजनेस बना दिया है।
फूड एंड एग्रो का यह जानते भी हैं कि एक रीजन है कैंसर का, सबसे ज्यादा। अगर जैसे ग्लूटेन एलर्जी होती है लोगों को इससे आटा भी बनता है।इससे तेल जैसे सोया तेल होता है वह खाने में भी यूज किया जाता है उससे आपको एलर्जी नहीं होंगी और आपकी बीमारियां इन कंट्रोल आएंगी, ये तो था।
In terms of aap ka industrial and medical processing but industrial ancient industrial use bhi hai India mein. Incident industrial use yah hai hamara India mein ki aap sab mein aapane yah Suna hoga Janata alora caves ke bare mein Mumbai ke pass hai alibag naam ki jagah per usko bola jata hai Chhota Kailash ya Kala Kailash. Vahan kahan jata hai ki Kailash nikalega FIR kabhi. Usi tarah usko maintain karne ke liye itni Moti ek ganje ke oil ki layer hai. It’s a proven fact aap jakar check kar sakte hain aap apne phone se check kar sakte hain. Bhaiya jisne do dhai hajar sal pahle abhi jo actual date boli jaati hai aajkal ki nai 1500 ya 2000 sal pahle lekin kisi Ko surity nahin hai aur ham sab jante Hain Ki hamari date ke sath Kitna khela gaya hai. Jo chij itni purani hai usko jis Insan ne banaya usko pata tha ki actual Kailash kaisa tha aur usne usko banaya. Ki actual Kailash kaisa dikhta hai. Usne use ganje ke ras ko use Kiya. Vah chij ko maintain karne ke liye. Ki aapka construction jo hai usko kharab nahin hoga.
Ancient industrial use in India :
टॉम जोस आपका गिरोह इंडस्ट्रियल एंड मेडिकल प्रोसेसिंग हमारे पास इनसे इंडस्ट्रियल यूज भी है इंडिया में इंडस्ट्रियल यूज यह हमारा इंडिया में कि आप सब ने यह सुना होगा अजंता एलोरा केव्स के बारे में बॉम्बे के पास अलीबाग की जगह पर है। उसे बोला जाता है छोटा केलास या फिर काला कैलाश। एक पत्थर से बना है उसी तरह जैसे बोला जाता है कैलाश निकलेगा फिर कभी। उसी तरह उसको मेनटेन करने के लिए इतनी मोटी एक गांजे के ऑयल की लेयर है।
शायद आप जाकर चेक कर सकते हैं। आप अपने फोन पर चेक कर सकते है जिसने दो ढ़ाई हजार पहले भी एक्चुअल डेज बोली जाती है। आजकल की नई पंद्रह दो हज़ार साल पुराना होगा। लेकिन किसी को नहीं और हमें पता है कि हमारी डेट के साथ कितना खेला गया है। तो जो चीज इतनी पुरानी है उस इंसान को जिसको पता था एक्चुअल कैलाश कैसा दिखता है। उसमें उस गांजे के रस को यूज किया। वो चीज को मेनटेन करने के लिए कि आपका कंस्ट्रक्शन जो है उसको खराब नहीं होगा। शi have someone called manushi sinha. जो कि ऐसी आर्कियोलॉजिकल साइट्स पर जाती हैं
देखती है कि कितनी खराब हालत है। वह साइट्स की इस टाइम पर कि वहाँ पे कोई एक मेंटेनेंस नहीं होता। और दूसरे मेंटेनेंस होता भी है वह ऑलरेडी पत्थर टूटते जा रहे गिरते जा रहे हैं। अजंता एलोरा में ऐसा kuchh नहीं होता है। पत्थर क्या वहां पर कुछ नहीं निकलता है intact rahta hai। जिसका डेफिनिट्ली एक कारण है। Canabas की जो लेयर है आज कि तारीख में आयरलैंड जैसी जगह पर मार्क्स एंड स्पेंसर ने अपना सबसे बड़ा दुनिया का शोरूम हंड्रेड परसेंट हेम hempसे बनाया है। और ऐसी लेयरिंग के साथ जहां पर कितनी भी बरफ गिरजाये, आग लग जाए, कुछ नहीं होगा उसको। तो भाई हमारे पास तो अजंता एलोरा के टाइम से ही उन्हें पता था कि यह क्या है, क्या नहीं है।
Certain aspects of cannabis :
नाव i विल टॉक अबाउट certain aspects of canebas which is known worldwide. Which is the psycho active I want to address the psychoactive side. as well kyunki ganje mein han ek Nasha hota hai jaise ki maine bola 400 component components mein se Khali ek component hota hai THC aur aajkal ki machinery sare components alag nikal deti hai uske liye Khali aapko seed lagta kash aisa hota ki ganja nale mein UG jata to humko sabko mil jata lekin Aisa nahin hota hai usko bahut maintain karna padta hai. kyunki vah ek medical herb hai.
और सौतन आस्पेक्ट कैनबिस विशेष नोन वर्ल्ड वाइड विजय साई को आदतें साइड आई वॉन्ट टू अड्रेस साइको एक्टिव सईद अजमल क्योंकि गांधी में यह एक नशा होता है जैसे कि मैंने बोला चार सौ कॉम्पलेक्स में से खाली एक पर निंदक पीएचसी
आजकल की मशीनरी बाकी सारे Components निकाल देती हैं। उसके लिए
सीडी भी आपको अलग लगता है काश ऐसी किस्मत होती जो नाले में उग जाता उसमें गांजा होता तो फिर आज कहा कि कहा लोग पहुंच चुके होते ऐसा नहीं है उसको बहुत अच्छे से आपको मेंटेन करना पड़ता है कि जो एक मेडिकल हो गया
आप अगर हम एडिक्शन प्रॉब्लम इन जनरल लें आज की तारीख में आप कोई भी नंबर स्टैटिस्टिक्स निकालेंगे आपको पता चलेगा कि ऐल्कोहॉल एडिक्शन, फूड एडिक्शन, फोन अडिक्शन, इस मच मोर बिगर and एक्चुअल गेटवे, कि वो सारी चीजें जब aap चालू karte तो दूसरी तरफ के बीच जाते हो।
यहां की उल्टी रिसर्च हुये गांजे पर जिन लोगों ने दारू या फिर आपके ड्रग्स जो सिंथेटिक ड्रग्स होते हैं या फिर आपके कई चीजें होती हैं जो कि इंसानी बिहेवियर से रिलेटेड नहीं होती है। वह नहीं करनी चाहिए। उन लोगों को गांजा दिया गया है और unke report suggest karti hai ki vah humanity ki or wapas a gaye. रिपोर्ट की वह इंसानियत की तरफ वापस आ गए।
I am talking about psycho people who are in prison or otherwise. And their psychee has changed. And yah sari chijen recorded Hain.
यह सारी चीजें रिकॉर्डेड है साइंटिफिक ऑब्जर्वेशन है सालों साल चीजें होती है तब पता चलता है। लेकिन फिर वही बात कि हमारे आयुर्वेद में तो सब कुछ लिखा था यह जो आज की तारीख में प्रूफ कर रहे हैं तो हमारे आयुर्वेद ने कब की तारीख में प्रूफ कर दिया। वो बात कि कब की तारीख में प्रूफ किया था? ऐसे काफी सारी चीजें हैं जब तक आप उसका एक्सट्रैक्शन अलग नहीं करते हैं तब तक आपको पता ही नहीं चलेगा कि ये इस बीमारी में काम करेगा। यह उस बीमारी में काम करेगा। उस बीमारी में काम करेगा। उनको यह एक्सट्रैक्शन को डिवाइड करने में भी इनको पता था।
कि कैसे इसको डिवाइड करते हैं, कैसे हम सीबीडी निकालेंगे, सीडीसी निकालेंगे, सीबीई निकालेंगे। यह चार सौ component कंप्लीट थी आज की तारीख में कैनबिस जो है या गाँजा जो है वो कई जगह पर इंडिया में लीगल है। मैं बताना चाहूंगी जहां जहां पर आपके ज्योतिर्लिंग हैं। बारह ज्योतिर्लिंग वहां वहां पर गांजे के बिना तो पूजा नहीं होती। उत्तराखंड आपका हो गया, आपका उत्तर प्रदेश हो गया और गुजरात हो गया, उड़ीसा भी ओपेन ली और आंध्रप्रदेश। आप under religious secrement which is a civil right, aap kisi Ko nahin rok sakte hain pooja karne se. ये स्टेट लीगल हुआ है।
Under medicinal use unfortunately is waqt Keval teen state me legal hai.
जो कल्टिवेशन लास्ट चार साल से रिसर्च एंड डेवलपमेंट के लिए चल रहा है। हमारी पूरी कोशिश है कि इसको पास करें और और स्टेट में लेकर जाएं। इसी कारणवश हमने और सृजन फाउंडेशन की ये इनविटेशन स्वीकार किया। And I am really honor for giving podium, क्योंकि यह एक सेंट्रल पोडियम हो जाता है। एक एक थिंकिंग वाले लोगों के जुड़ने का आपको यह समझना पडेगा। बाय एजुकेशन i am an इंडोलॉजीस्ट आपमें से कई लोग जानते होंगे इंडोलॉजी क्या होती है? मेरे लिए गाँजा बहुत छोटी चीज है उस इंडोलॉजी में, इसका एक और प्रूफ है जो इन्होंने बर्बाद किया tha usmein ek Aur chij thi हमारी इंडोलॉजी में।
Aaj apna apna bol rahe sab itne bade brand Hain. बड़ी-बड़ी brand khol Li unhone hamari men medicine ko Nikal ke so this was the part where in you know the scientific basis is available ab main aapko batana chahungi Indian medical literature mein bimariyan hain jaise migrain kuchh to honge migrain ke patient kuchh 4 sal pahle Tak main bhi hua karti thi. Dekhiae दो-तीन nikal aaye main khud bhi hua karti thi. FIR Maine ayurved padh liya yah fact Kitna achcha hoga Na ki bus aap apna ayurved padh lo aur apna ilaaj khud kar lo. Ayurved ko Jaise hi aap padh lenge aap apna ilaaj khud karne lagenge.
कल जो हमारा इन लोगों ने बर्बाद किया था। जो पास था उसमें एक और चीज थी आज अपना अपना अपना अपना बोल रहे थे बड़े बड़े ब्रांड खोली उन्होंने। हमारी मेन मेडिसिन को निकालकर ।
अब मैं आपको बताना चाहूंगी कि इंडियन मेडिकल literature में कई सारी बीमारियां है माइग्रेन, आपमें से कुछ तो होंगे माइग्रेन के पेशेंट, क्योंकि हर जगह kyonki, होते हैं कम से कम देखें, दो तीन निकल आए। मैं खुद भी हुआ करती थी, चार साल पहले तक मुझे भी माइग्रेन था। फिर मैंने आयुर्वेद पढ़ लिया, यह कितना अच्छा होगा न, कि आयुर्वेद के बारे में आप जैसे ही पढ़ लेंगे आप अपना सेल्फ इलाज करने लगेंगे। और आयुर्वेद, जो इंग्लिश ट्रांसलेशन भी मिलते हैं उसमें बताया जाता है कि आप अपनी बॉडी के हिसाब से जितना पढ़ लेंगे कि हर किसी की बॉडी अलग होती है। तत्व अलग होते हैं। गुण अलग होते हैं।उतना तक अगर आप पहुंच जाएं, तो आप अपने खुद के हर्ब निकालने लगेंगे। Isko kahte hain self evaluation.
Yah chijen sikhai jaati thi hamare Guru kul mein aur Herbs ko kaise use karte hain. अगर आप पहाड़ पर जाएंगे तो 10-10 साल के बच्चे होते हैं इतने छोटे-छोटे वह आपको झाड़ निकाल कर बताएंगे कि यह काम आता है यह काम आता है।
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वह मिली, लेकिन हमारे पास खाली वर्बल्ली पास ऑन नहीं है हमारे पास उसके प्रूफ हैं। पास ओन नहीं है वो सेम प्लांट्स हैं वह जो बोलते हैं जो हमारे आयुर्वेद में भी लिखे हैं। आजकल जाकर साइंटिफिक बेसिस मिल गई है, टिटनेस के बारे में, सारे कैंसर के बारे में, आयुर्वेद में जो जो चीज़ लिखी हैं वह 90% साइंटिफिकली प्रूफ हो चुकी है।
अनफॉर्चूनेटली किसी ने यह मुहिम नही निकाली अभी तक कि वह वर्ल्ड रिनाउंन साइंटिफिक रिसर्च को इकट्ठा करे।
श्रीजन फाउंडेशन ने बहुत काम किया है। कि काफी डिफरेंट -डिफरेंट, डिफरेंट रिसर्चस डिफरेंट टॉपिक्स के बारे में एक करें । हमारी ये और छोटी सी मुहिम है कैनबिस से रिलेटेड जितने भी रिसर्च है। हम खुद तो ढूंढें ही और गवर्नमेंट के साथ फ्री ट्रांसपैरेंट शेयर करें। हमने चार साल में जितना भी सीखा है, जाना है, हमारे पास मेडिकल बोर्ड में हावर्ड के डॉक्टर हैं। इंडियन डॉक्टर डॉ. उमा धन बालन है जो कि एक आयुर्वेदिक और एलोपैथिक डॉक्टर हैं।
उनकी मां को खुद को कैंसर था, आज की तारीख में वह विदेश घूम रही हैं।वो चाहती हैं कि वह इंडिया आके अपने देश को सर्व करें। उन्होंने लेकिन वो पैंतालीस, वो पूरी दुनिया में पैंतालीस डॉक्टरों में वह एक ऐसी डॉक्टर हैं। खाली पैंतालीस डॉक्टर हैं पूरी दुनिया में। जो कैनाबीनोएड असोसिएशन फाउंडेशन कि ओर से एफिलिएटेड हैं।
खाली एक ही है भारत से पूरी दुनिया में जिसके पास ऐसा टैग है।
लेकिन वो भी इंडिया आके अपने आपको नहीं कोशिश कर पा रही है कि वह सेवा करें अपने भारत की क्योंकि कल में मैं आपको कहूं कि मैं गंजा शोध करता हूं और गांजे से मैंने अपना इलाज किया है तो आप हंस देते।
मैं भी उसी तरह कुछ समय पहले कोई कहता कि गांजा इलाज करता है तो मैं हंस देती। शायद मैं हंँस देती। लेकिन हमारा सनातन धर्म सिखाता है कि हमें सब नहीं पता। इसीलिए एक ओपन माइंड रखना बहुत जरूरी है। और टीचिंग जो है वह कहीं से भी आ सकती है। किसी के रूप में भी आ सकती है, चाहे आपके महाराज जी जो खाना बना रहे हों, चाहे वह जो घर पर आपके साफ सफाई करने आ रहे हों, वो हैं। अगर आपने उसमें से लैसन ले लिया। मेरी दोस्त, बेचारी उसको स्टोनर्स बोलते होंगे न लोग जो खिलाफ, गलत चीज में अगर उस दिन उसने न बोला होता कि तू वैसे भी तो मर रही है। और मुझे वो नहीं दी होती तो ऑनेस्टली मैं मर जरूर जाती।
क्योंकि मैं ऑलरेडी ऑपरेशन के लिए जा रही थी और सर्जरी का मतलब है आप खुल गए भगवान ने आपको जैसा भेजा था आप वैसे नहीं रहे।
खोल दिया गया तो फिर क्या होगा। आपके साथ उसके आगे नाव आई वुड लाइक टू से कि हम जो हैं ये जो चीजें हैं यह डॉक्यूमेंट्री, बेसिकली और काफी सारी रिलीज हैं, हम एक इंडियन डॉक्यूमेंट्री भी बना रहे हैं, इसको लेकर हमारा बेसिस है कैनबिस इन इंडिया। हमारा बेसिस है। वह हर एक से, डॉक्टर और सिद्ध आयुर्वेदिक मेडिसिन सिस्टम बिल्कुल अलग होता है। आयुर्वेदिक मेडिसिन सिस्टम आपकी बॉडी से काम करता है। बॉडी पर काम करता है फिर आपके स्पिरिट पर जाता है। सिद्धा मेडिसिन सिस्टम पहले आपकी spirit par करता है और फिर आपकी बॉडी पर जाता है। गांजा एक ऐसा प्लांट है जो दोनों में बहुत इम्पोर्टेंट है तो कैसे न ठप हो जाए हमारा मेडिकल सिस्टम।
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