यू. जी. सी. NTA नेट / जेआरएफ परीक्षा, जून- 2020 शिक्षण एवं शोध अभियोग्यता प्रथम प्रश्न-पत्र : Shift-II
( व्याख्या सहित हल प्रश्न-पत्र ) (परीक्षा तिथि 24 सितम्बर, 2020 )
Question (11 to 15)
Read the passage carefully and answer the questions In the narrowest sense, price is the amount of money charged for a product or a service. More broadly,that follow : price is the sum of all the values that customers give up to gain the benefits of having or using a product or service. Historically, price has been major factor affecting buyer choice. In recent decades, however, nonprice factors have gained increasing importance. Even so, price remains one of the most important elements that determines a firm’s market share and profitability.
Price is the only element in the marketing mix that produces revenue; all other elements present costs. Price is also one of the most flexible marketing mix elements. Unlike product features and channel commitments, prices can be changed quickly. At the same time, pricing is the number one problem facing many marketing executives, and many companies do not handle pricing well. Some managers view pricing as a big headache, preferring instead to focus on other marketing mix elements. However, smart managers treat pricing as a key strategic tool for creating and capturing costumer value. Prices have a direct impact on a firm’s bottom line. A small percentage improvement in price can generate a large percentage increase in profitability. More important, as part of a company’s overall value proposition, price plays a key role in creating customer value and building customer relationships. “Instead of running |away from pricing”, says an expert, “savvy marketers are embracing it”. The price the company charges will fall somewhere between on that is too low to produce a profit and one that is too high to produce any demand. It summarizes the major considerations in setting price. Customer perceptions of the product’s value set the ceiling for prices. If customers perceive that the product’s price is greater than that of its value, they will not buy the product. Likewise, product costs set the floor for prices. If the company prices the product below its costs, the company’s profits will suffer. In setting its price between those two extremes, the company must consider several external and internal factors, including competitors strategies and prices, the overall marketing strategy and mix, and nature of the market and demand.
प्रश्न (11 से 15 ) हेतु-निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
संकीर्णात्मक अर्थ में कीमत किसी उत्पाद अथवा किसी सेवा के लिए प्रभारित धनराशि होती है। अधिक व्यापक रूप में कीमत उन सभी मूल्यों का योग है जिन्हें उपभोक्ता किसी उत्पाद या को लेने या उसका प्रयोग करने के लाभों को प्राप्त करने के लिए देते हैं। ऐतिहासिक रूप से, कीमत क्रेता की पसंद को प्रभावित करने वाला प्रमुख कारक रहा है। तथापि, हाल के दशकों में, गैर – कीमत कारकों का महत्त्व बढ़ता जा रहा है फिर भी कीमत किसी फर्म के बाजार हिस्से और लाभप्रदता को निर्धारित करने वाले सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण तत्वों में से बनी हुई है।
विपणन मिश्रण में कीमत ऐसा एकमात्र तत्त्व है जो आय अर्जित करता है अन्य सभी तत्व लागत दर्शाते हैं। कीमत ; विपणन मिश्रण के तत्वों में सर्वाधिक लोचशील तत्वों में से एक है। उत्पाद विशेषताओं और श्रृंखला संबंधि प्रतिबद्धताओं से अलग, कीमत को शीघ्रता से बदला जा सकता है। इसी के साथ कीमत निर्धारण अनेक विपणन कार्यकारियों के समक्ष आनेवाली सबसे पहली समस्या है, और अनेक कंपनियाँ कीमत निर्धारण को बड़े सिरदर्द के रूप में देखते हैं और इसके बजाय विपणन मिश्रण के अन्य तत्वों पर ध्यान केंन्द्रित करने अधिक मान्यता देते हैं। तथापि कुशल प्रबंधक कीमत निर्धारण को उपभोक्ता मूल्य सृजित करने या प्राप्त करने का एक प्रमुख कार्यनीतिक साधन मानते हैं। कीमतों का किसी फर्म की मूल रचना पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है। कीमत में थोड़े से प्रतिशत सुधार से लाभप्रदता के प्रतिशत में भारी वृद्धि हो सकती है। अधिक महत्वपूर्ण है कि कंपनी के समग्र मूल्य साध्य के भाग के रूप में, कीमत उपभोक्ता मूल्य सृजित करने और उपभोक्ता संबंध के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करती एक विशेषज्ञ ने कहा है कि “कीमत निर्धारण से बचने के बजाय समझदार विपणनकर्ता उसे अपना रहे हैं।”
कंपनी द्वारा प्रभारित की जाने वाली कीमत लाभ अर्जित करने की न्यूनतम कीमत और मांग अर्जित करने की दृष्टि से अत्यधिक कीमत के बीच में आती है। यह बात कीमत निर्धारण में आने वाले विचारों का सारांश है। उत्पाद के मूल्य संबंधी उपभोक्ता का बोध कीमतों की अधिकतम सीमा तय करता है। यदि उपभोक्ता समझते हैं कि उत्पाद की कीमत उसके मूल्य से अधिक है वे इस उत्पाद को नहीं खरीदेंगे। इसी प्रकार, उत्पाद की लागतें कीमतों के न्यूनतम स्तर को तय करती हैं। यदि कंपनी किसी उत्पाद की कीमत उसकी लागत से कम निर्धारित करती है तो कंपनी के लाभ कम हो जाएंगे। इन दोनों छोरों के बीच कीमत निर्धारित करने के लिए कंपनी को प्रतिस्पर्धियों की रणनीतियाँ और कीमतें समग्र विपणन कार्यनीति और मिश्रण तथा बाजार मांग की प्रकृति सहित अनेक बाह्य और आंतरिक कारकों पर विचार करना चाहिए।
Q11.Historically price was considered important because :
ऐतिहासिक रूप से कीमत को महत्त्वपूर्ण समझा जाता था क्योंकि-
(a) Sellers were always benefited/विक्रेताओं को सदैव लाभ होता था
(b) Money was charged for product or service/ उत्पाद या सेवा के लिए धनराशि प्रभारित की जाती थी
(c) It options for buyers / इससे क्रेताओं को विकल्प उपलब्ध होते थे
(d) It promoted non-price factors/ इससे गैर-कीमत कारकों का संवर्धन होता था
Ans.(c): ऐतिहासिक रूप से कीमत को महत्वपूर्ण समझा जाता था। क्योंकि इससे क्रेताओं को विकल्प उपलब्ध होते थे।
12. Why is price different from other elements in the marketing mix ? कीमत विपणन मिश्रण में अन्य तत्वों से भिन्न क्यों हैं ?
(a) It offsets cost / यह लागत की प्रतिपूर्ति करती है
(b) It generates revenue / यह आय अर्जित करती है
(c) It is rigid in character / यह अलोचशील प्रकृति की होती हैं
(d) It ensures channel commitment /यह सरणी ( चैनल) प्रतिबद्धता सुनिश्चित करती है।
Ans. (b) कीमत विपणन मिश्रण में अन्य तत्वों से भिन्न है क्योंकि : यह आय अर्जित करती है।
Q13. What is a perception of smart managers regarding pricing? कीमत निर्धारण के संबंध में कुशल प्रबंधकों का दृष्टिकोण क्या होता है ?
(a) It is a strategic tool for consumer value/उपभोक्ता मूल्य के लिए एक कार्यनीतिक साधन है
(b) It invites issues / यह समस्याओं को जन्म देता है
(c) It is better to focus on other elements in the marketing mix / विपणन मिश्रण में अन्य तत्वों पर ध्यान केन्द्रित करना बेहतर है
(d) It is of indirect value to the firm/ फर्म के लिए यह अप्रत्यक्ष मूल्य वाला है
Ans. (a) कीमत निर्धारण के संबंध में कुशल प्रबंधकों का दृष्टिकोण निम्न है – यह उपभोक्ता मूल्य के लिए एक कार्यनीतिक साधन हो ।
14. Which of the following is the major determinant of pricing for product or service? उत्पाद या सेवा के लिए कीमत निर्धारण में निम्नलिखित में से कौन-सा निर्धारक है ?
(a) High demand / उच्च मांग
(b) Low demand / कम मांग
(c) Customer’s value perception / उपभोक्ता का मूल्य अवबोधन
(d) Company’s quest for high profitability / उच्च लाभप्रदता के कंपनी का लक्ष्य
Ans. (c): उत्पाद या सेवा के लिए कीमत निर्धारण में उपभोक्ता का मूल्य अवबोधन प्रमुख निर्धारक है।
15. What are the other factors influencing or setting the price for products or services? उत्पादों अथवा सेवाओं की कीमत को प्रभावित था निर्धारित करने वाले अन्य कारक कौन-से हैं?
A. Competitors रणनीति strategies/ प्रतिस्पर्धियों की
B. Over-all marketing mix / समग्र विपणन मिश्रण
C. Type of market / बाजार का प्रकार
D. Pricing from one extreme to the other / एक पराकोटि से दूसरी पराकोटि तक कीमत निर्धारण
E. Predators pricing strategies / बाजार कब्जाने की कीमत रणनीति
Choose the correct answer from the options below : सही विकल्प चुनें-
(a) A D and Eonly / केवल A D और E
(b) A, B and C only / केवल A, B और C
(c) C, D and E only/केवल C, D और E
(d) B, C and D only / केवल B, C और D
Ans. (b): उत्पादों अथवा सेवाओं की कीमत को प्रभावित या
निर्धारित करने वाले कारक निम्न हैं-
(i) प्रतिस्पर्धियों की रणनीति
(ii) समग्र विपणन मिश्रण
(iii) बाजार का प्रकार