91. ‘भारतेन्दु युगीन साहित्य केवल राजनीतिक स्वाधीनता का साहित्य न होकर मनुष्य की एकता, समानता और भाईचारे का भी साहित्य है।’ यह कथन किस आलोचक का है ?
(A) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
(B) आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
(C) डॉ. राम विलास शर्मा
(D) डॉ. नामवर सिंह
MPPSC सहायक प्राध्यापक परीक्षा-2022 द्वितीय प्रश्न पत्र हिंदी परीक्षा तिथि-09/06/2024-SET-B
उत्तर – (C) डॉ. राम विलास शर्मा
डॉ. रामविलास शर्मा के अनुसार भारतेन्दु युग की जनवादी भावना उसके समाज सुधार में निहित हैं। आगे वे कहते हैं की, वह केवल राजनीतिक स्वाधीनता का साहित्य न होकर मनुष्य की एकता, समता और भाईचारे का भी साहित्य हैं। भारतेन्दु स्वदेशी आन्दोलन के ही अग्रदूत न थे, वे समाज सुधारकों में से भी प्रमुख थे।
92. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के अनुसार भारतेन्दु युगीन काव्यधारा में भारतेन्दु की वाजी का सबसे ऊँचा स्वर क्या था ?
(A) देशभक्ति
(B) लोकहित
(C) समाज सुधार
(D) मातृभाषा
MPPSC सहायक प्राध्यापक परीक्षा-2022 द्वितीय प्रश्न पत्र हिंदी परीक्षा तिथि-09/06/2024-SET-B
उत्तर – (A) देशभक्ति
1. भारतेंदु हरिश्चंद्र, जैसा ऊपर कह आए हैं, नवीन धारा के बीच भारतेंदु की वाणी का सबसे ऊँचा स्वर देशभक्ति का था। नीलदेवी, भारतदुर्दशा आदि नाटकों के भीतर आई हुई कविताओं में देश दशा की जो मार्मिक व्यंजना है, वह तो है ही; बहुत सी स्वतंत्र कविताएँ भी उन्होंने लिखीं जिनमें कहीं देश के अतीत गौरव गाथा का गर्व, कहीं वर्तमान अधोगति की क्षोभभरी वेदना, कहीं भविष्य की भावना से जगी हुई चिंता इत्यादि अनेक पुनीत भावों का संचार पाया जाता है। ‘विजयिनीविजय वैजयंती’ में, जो मिस्र में भारतीय सेना कि विजय प्राप्ति पर लिखी गई थी, देशभक्ति व्यंजक कैसे भिन्न भिन्न संचारी भावों का उद्गार है! कहीं गर्व, कहीं क्षोभ, कहीं विषाद। ‘सहसन बरसन सों सुन्यो जो सपने नहिं कान, सो जय आरज शब्द को सुन’, और ‘फरकि उठीं सबकी भुजा, खरकि उठीं तरवार। क्यों आपुहिं ऊँचे भए आर्य मोछ के बार’ का कारण जान, प्राचीन आर्य गौरव का गर्व कुछ आ ही रहाथा कि वर्तमान अधोगति का दृश्य ध्यान में आया और फिर वही ‘हाय भारत!’ कीधान।
Source Link Shukla Granthavali
93 ‘जीर्ण जनपद’ खण्डकाव्य का रचयिता कौन है ?
(A) प्रताप नारायण मिश्र
(B) बालकृष्ण भट्ट
(C) ठाकुर जगमोहन सिंह
(D) बदरीनारायण चौधरी ‘प्रेमधन’
MPPSC सहायक प्राध्यापक परीक्षा-2022 द्वितीय प्रश्न पत्र हिंदी परीक्षा तिथि-09/06/2024-SET-B
उत्तर – (D) बदरीनारायण चौधरी ‘प्रेमधन’
94. विधवाओं की समस्या पर केन्द्रित ‘गर्भरंडा रहस्य’ प्रबंधकाव्य किसने लिखा ?
(A) रामचरित उपाध्याय
(B) गिरिधर शर्मा नवरत्न
(C) नाथू राम शंकर शर्मा
(D) रूपनारायण पाण्डेय
MPPSC सहायक प्राध्यापक परीक्षा-2022 द्वितीय प्रश्न पत्र हिंदी परीक्षा तिथि-09/06/2024-SET-B
उत्तर – (C) नाथू राम शंकर शर्मा
95. निम्नलिखित में से कौन-सी काव्य कृति रामनरेश त्रिपाठी द्वारा रचित नहीं है ?
(A) मिलन
(B) पद्य प्रसून
(C) पथिक
(D) स्वप्न
MPPSC सहायक प्राध्यापक परीक्षा-2022 द्वितीय प्रश्न पत्र हिंदी परीक्षा तिथि-09/06/2024-SET-B
उत्तर – (B) पद्य प्रसून
इनकी मुख्य काव्य कृतियाँ हैं- ‘मिलन, ‘पथिक, ‘स्वप्न तथा ‘मानसी। रामनरेश त्रिपाठी ने लोक-गीतों के चयन के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी और सौराष्ट्र से गुवाहाटी तक सारे देश का भ्रमण किया। ‘स्वप्न’ पर इन्हें हिंदुस्तान अकादमी का पुरस्कार मिला।
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