विदेश में भारतीय सांस्कृतिक प्रतीक : इंडोनेशिया और कंबोडिया।(Indian Cultural  Symbols in Abroad : Indonesia and Kambodiya.)

Indonesia : Namaste From Indonesia a muslim country with bharteya sanskriti.  URL : Garuda Indonesia is certified as a 5-Star Airline | Garuda Indonesia is certified as a 5-Star Airline |  ||  Ganesh JI || Kambodiya :  800 वर्षों से भी अधिक पुरातन विश्व का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर माना जाता है। यह शिव मंदिर … Read more

एवरीथिंग इस फेयर इन लव एंड वार

(Everything is fair in love and war) (मनोज कुमार धुर्वे) एवरीथिंग इस फेयर इन लव एंड वार (Everything is fair in love and war)। यह संवाद, यह सूत्र आजकल जनसाधारण की भाषा में एक आम शब्द हो गया है किंतु इसका आधार क्या है ? इसका सांस्कृतिक आधार क्या है? यह कहां से उत्पन्न हुआ … Read more

ऋषि सुनक: एक संक्षिप्त जीवनी(rishi sunak biography in hindi)

rishi sunak biography in hindi ऋषि सुनक: एक संक्षिप्त जीवनी Image Source : X प्रारंभिक जीवन और शिक्षा: ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को साउथैम्पटन, हैम्पशायर, इंग्लैंड में हुआ था। उनकी शिक्षा प्रसिद्ध विनचेस्टर कॉलेज में हुई, जिसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र (पीपीई) का अध्ययन किया। अपनी शैक्षणिक … Read more

के. अन्नामलाई – K.Annamalai

अन्नामलाई कुप्पुसामी: आयु, जीवनी, शिक्षा, पत्नी, जाति, कुल संपत्ति अन्नामलाई कुप्पुसामी व्यक्तिगत जीवन पूरा नाम – अन्नामलाई कुप्पुसामी जन्म तिथि –  04 जून 1984 (आयु 39 वर्ष) जन्म स्थान –  करूर पार्टी का नाम – भारतीय जनता पार्टी शिक्षा – बी.ई., एम.बी.ए. व्यवसाय – पूर्व सिविल सेवक, राजनीतिज्ञ पिता का नाम – कुप्पुसामी जीवनसाथी का … Read more

अशोक के फूल (निबंध)

हजारी प्रसाद द्विवेदी अशोक में फिर फूल आ गए है। इन छोटे-छोटे, लाल-लाल पुष्‍पों के मनोहर स्‍तबकों में कैसा मोहन भाव है। बहुत सोच समझकर कंदर्प देवता ने लाखों मनोहर पुष्‍पों को छोड़कर सिर्फ पाँच को ही अपने तूणीर में स्‍थान देने योग्‍य समझा था। एक यह अशोक ही है। लेकिन पुष्पित अशोक को देखकर … Read more

कुटज 

हजारी प्रसाद द्विवेदी कहते हैं, पर्वत शोभा-निकेतन होते हैं। फिर हिमालय का तो कहना ही क्‍या। पूर्व और अपार समुद्र – महोदधि और रत्‍नाकर – दोनों को दोनों भुजाओं से थाहता हुआ हिमालय ‘पृथ्‍वी का मानदंड’ कहा जाय तो गलत क्‍यों है? कालिदास ने ऐसा ही कहा था। इसी के पाद-देश में यह जो श्रृंखला … Read more

                हरि सिंह नलवा( Hari Singh Nalwa)

संक्षिप्त परिचय लगभग दो सौ वर्ष पूर्व पूरा अफगानिस्तान एक सिख कमांडर हरि सिंग नलवा से भयभीत रहता  था। उस समय खैबर दर्रा भारत में प्रवेश करने के लिए आक्रमणकारियों द्वारा उपयोग किया जाने वाला मुख्य मार्ग था। महाराजा रणजीत सिंह के पसंदीदा सेनापति हरि सिंह नलवा ने कई लड़ाइयाँ लड़ीं और अफगानों को पंजाब … Read more

बप्पा रावल-Bappa Rawal

संक्षिप्त परिचय: बप्पा रावल  एक ऐसा नाम है जिसने इस देश से अरबों का नामोनिशान मिटा दिया। और वो तीन विशेष कमियाँ क्या हैं?। सबसे पहले तो यह पूरा का पूरा जो इतिहास हमें पढ़ाया जाता है वो दिल्ली का इतिहास है। यानी दिल्ली और उसके आसपास जिसको मध्य युगीन इतिहास कहते हैं। इन लोगों … Read more

|| चंद्रदेव से मेरी बातें || बंग महिला ||

भगवान चंद्रदेव! आपके कमलवत् कोमल चरणों में इस दासी का अनेक बार प्रणाम। आज मैं आपसे दो चार बातें करने की इच्छा रखती हूँ। क्या मेरे प्रश्नों का उत्तर आप प्रदान करेंगे? कीजिए, बड़ी कृपा होगी। देखो, सुनी-अनसुनी-सी मत कर जाना। अपने बड़प्पन की ओर ध्यान देना। अच्छा, कहती हूँ, सुनो! मैं सुनती हूँ आप … Read more

|| एक टोकरी-भर मिट्टी || माधवराव सप्रे ||

किसी श्रीमान् जमींदार के महल के पास एक गरीब अनाथ विधवा की झोंपड़ी थी। जमींदार साहब को अपने महल का हाता उस झोंपड़ी तक बढ़ाने की इच्‍छा हुई, विधवा से बहुतेरा कहा कि अपनी झोंपड़ी हटा ले, पर वह तो कई जमाने से वहीं बसी थी। उसका प्रिय पति और इकलौता पुत्र भी उसी झोंपड़ी … Read more