Q&A-UNIT-06-25sep2020-Part-03


यू.जी.सी. NTA नेट / जेआरएफ परीक्षा, जून 2020 शिक्षण एवं शोध अभियोग्यता प्रथम प्रश्न-पत्र : Shift-I ( व्याख्या सहित हल प्रश्न-पत्र )  (परीक्षा तिथि 25 सितम्बर, 2020 )


Question-26.  The sequential order of syllogism in Nyaya philosophy is न्याय दर्शनशास्त्र में न्याय वाक्य की क्रमबद्धता है-

A. Nigman/निगमन

B. Udaharana / उदाहरण

C. Hetu/हेतु

D. Upanaya/उपनय

E. Pratigya /प्रतिज्ञा

Choose the correct answer form the options given below:

निम्न विकल्पों में से सही उत्तर का चयन करेंः

(a) A, E, C, D, B

(c) E, B, C, D, A

(b) E, C, B, A, D

(d) D, A, B, C, E

Ans. (*) : NTA द्वारा विकल्प (b) को सत्य माना गया है जो सही नहीं है।

न्याय दर्शन में न्याय वाक्य की क्रमबद्धता है-

i. प्रतिज्ञा

ii. हेतु

iii. उदाहरण

iv. उपनय

v. निगमन

UGC NTA NET 25 Sep. 2020 Paper-I Shift-I

Question-27. What is the sequential order of a comprehensible sentence in Nyaya philosophy न्याय दर्शनशास्त्र में बोधगम्य वाक्य की क्रमबद्धता को लिखिए-

A. Akanksha/आकांक्षा

B. Yogyata/योग्यता

C. Tatparya/तात्पर्य

D. Sanniddhi/सन्निधि

Choose the correct answer form the options given below:

नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन करें:

(a) D, C, B, A

(b) A, B, D, C

(c) C, D, B, A

(d) D, C, A, B

Ans. (b) : न्याय दर्शन में बोधगम्य वाक्य की क्रमबद्धता निम्न है-

i. आकांक्षा↓

ii. योग्यता ↓

iii. सन्निधि ↓

iv. तात्पर्य

Question-28 ‘To infer rain in the past by perceiving muddy water in the pond’, is तालाब में कीचड़युक्त पानी के पूर्व में बारिश होने का निष्कर्ष निकालना है:

(a) Purvovat anumana/पूर्ववत् अनुमान

(b) Sesvatanuman/शेषवत् अनुमान

(c) Both (a) and (b)/ (a) और (b) दोनों

(d) Comparison/तुलना

Ans. (b) : तालाब में कीचड़युक्त पानी के आधार पर पूर्व में बारिश होने का निष्कर्ष निकालना शेषवत अनुमान है। जब हम किसी ज्ञात प्रभाव के आधार अज्ञात कारण का अनुमान करते हैं तब शेषवत् अनुमान होता है।

Question-28.  The fallacy (hetvabhasha) produced in the conclusion due to the repudiation of Sadhya by Hetu is known as हेतु द्वारा साध्य के खंडन के कारण निष्कर्ष निकालने को किस प्रकार का हेत्वाभास कहा जाता है?

(a) Savyabhichara/सव्यभिचार

(b) Viruddha/विरुद्ध

(c) Satpratipaksha/सतप्रतिपक्ष

(d) Asiddha/असिद्ध

Ans. (b) : हेतु द्वारा साध्य के खण्डन के कारण निष्कर्ष निकालने को विरुद्ध हेत्वाभास कहा जाता है। यह विरोधाभासी मध्य पद है।

Question-30.  Given below are four propositions. Two of them are related in such a way that they cannot  be true, although they can be false. Select the code that states those two propositions.

नीचे चार प्रतिवृत्तियाँ दी गयी हैं, उनमें से दो ऐसे संबंधित है कि वे सत्य नहीं हो सकते हालांकि वे गलत हो सकते हैं, इन दो प्रतिवृत्तियों के कूट का चयन करें: A. All men are honest/सभी व्यक्ति ईमानदार हैं B. No men are honest/कोई भी व्यक्ति ईमानदार नहीं होता।

C. Some men are honest/कुछ व्यक्ति ईमानदार हैं

D. Some men are not honest/कुछ व्यक्ति ईमानदार नहीं होते

Choose the correct answer from the options given below:

नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन करें:

(a) A and B only/केवल A और B 

(b) B and C only/केवल B और C

(c) C and D only/केवल C और D

(d) A and D only/केवल A और D

Ans. (a) : विपरीत पद ऐसे संबंधित है कि दोनों एक साथ सत्य नहीं हो सकते है किन्तु एक साथ असत्य हो सकते है। A और B प्रकार के तर्कवाक्यों के मध्य विपरीत सम्बन्ध होता है। सभी व्यक्ति ईमानदार है।

 विपरीत ↓

कोई भी व्यक्ति इमानदार नहीं होता।