भूतपूर्व मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश |
श्री गोविन्द नारायण सिंह |
चतुर्थ विधान सभा (1967-1972) |
(दिनांक 30.07.1967 से 12.03.1969 तक) |
जन्म तिथि | — | 25. जुलाई, 1920 |
जन्म स्थान | — | रामपुर बघेलान |
वैवाहिक स्थिति | — | विवाहित (मई-1945) |
पत्नी का नाम | — | श्रीमती पद्यावती देवी |
संतान | — | 5 पुत्र, 1 पुत्री. |
शैक्षणिक योग्यता | — | एम.ए., एल.एल.बी. |
सार्वजनिक एवं राजनैतिक जीवन का संक्षिप्त विकास क्रम : | ||
1941 में आतंककारी कार्य के लिये नजरबन्द, 1942 के अगस्त आन्दोलन से 1944 तक कारावास. 1946 से 1947 के अन्त तक बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में लेक्चरार तथा गवेषणा कार्य. सन् 1948 में भारतीय प्रशासन सेवा के लिये चुने जाकर विन्घ्यप्रदेश सरकार के अंतर्गत असिस्टेन्ट रीजनल कमिश्नर के पद पर नियुक्ति और कार्यभार ग्रहण करने के दूसरे दिन ही पद त्याग. विद्यार्थी जीवन से ही बनारस में 1941 से 1946 तक विद्यार्थी संघ और विद्यार्थी कांग्रेस के अध्यक्ष. | ||
1952 के सामान्य निर्वाचन में विन्ध्यप्रदेश विधान सभा सदस्य निर्वाचित. 1953 से 1957 तक विन्ध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी चार वर्ष पर्यन्त रहे. विन्ध्यप्रदेश विधान सभा सदस्य के रूप में जागीरदारी उन्मूलन समिति, भू-राजस्व समिति, लोक लेखा समिति तथा अन्य विभिन्न समितियों में कार्य किया. मध्यप्रदेश विधान सभा की सदस्यता में 1957 से 1959 तक लोक लेखा समिति के सभापति. इसके पश्चात् याचिका समिति के सभापति. उपमंत्री बनने पर सभापति के पद से त्यागपत्र. प्रदेश कांग्रेस की चुनाव समिति के सदस्य. 15 अगस्त, 1960 से उप मंत्री, तत्पश्चात् उप गृह मंत्री तथा 27 मई, 1963 से उप मंत्री लोक कार्य (सिंचाई). 30 सितम्बर, 1963 से स्थानीय शासन मंत्री, संविद शासन काल में मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश. | ||
दिनांक 10.5.2005 को आपका देहावसान हो गया. |